What is Internet?
Internet एक ग्लोबल नेटवर्क है जो दुनिया भर के लाखों–करोड़ों computers, mobiles, servers और electronic devices को आपस में जोड़ता है। Internet से जुड़े किसी भी डिवाइस पर बैठा व्यक्ति दुनिया के किसी भी हिस्से में मौजूद दूसरे डिवाइस के साथ आसानी से data का आदान-प्रदान कर सकता है। जब दो या दो से अधिक कंप्यूटर आपस में जुड़ते हैं तो उसे Network कहा जाता है। और कई networks को आपस में जोड़ने का काम Internet करता है। इसीलिए इंटरनेट को Network of Networks भी कहा जाता है।
History of Internet
🔸 रूस ने पहला artificial satellite Sputnik लॉन्च किया, जिससे Cold War के समय अमेरिका सतर्क हुआ।
🔸 US ने MIT के साथ मिलकर सुरक्षा संचार के लिए ARPA (अब DARPA) बनाई।
🔸 DARPA ने सैन्य संदेशों को सुरक्षित भेजने के लिए ARPAnet तैयार किया — यह Internet की शुरुआत थी।
🔸 Vint Cerf और Robert E. Kahn ने TCP/IP Protocol बनाया। इन्हें Father of Internet कहा जाता है।
🔸 1980s में NSF ने NSFnet बनाया और बाद में इसे ARPAnet से जोड़कर वर्तमान Internet बनाया गया।
🔸 Tim Berners-Lee ने 1980s में WWW (World Wide Web) और HTML बनाया, जिससे वेब पेज संभव हुए।
Internet in India
🔹 1986 – DoE ने शिक्षा और शोध के लिए ERNET शुरू किया।
🔹 1995 –14 अगस्त 1995 को VSNL ने पहली बार भारत में इंटरनेट सर्विस शुरू की।
🔹 2000 – BSNL की स्थापना
🔹 2004 – Broadband Policy 256 kbit/s या उससे अधिक स्पीड को ब्रॉडबैंड कहा गया।
🔹 2012 – 4G Launch (Airtel)
🔹 2016 – Jio ने 4G को सस्ता और आम बना दिया। लोगों को 6 महीने तक free internet मिला और सिर्फ एक महीने में16 million subscribers जोड़ लिए। आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट उपयोगकर्ता देश है।
How Internet Works?
इंटरनेट पर डेटा एक जगह से दूसरी जगह packets के रूप में जाता है।
जब आप ब्राउज़र में google.com टाइप करते हैं:
▶ 1. आपका कंप्यूटर एक Client की तरह काम करता है।
▶ 2. Google का कंप्यूटर Server होता है जिसमें website का data store होता है।
▶ 3. Client server को request भेजता है।
▶ 4. Request को छोटे-छोटे Data Packets में बांटा जाता है।
▶ 5. Packets इंटरनेट के network से गुजरते हुए server तक पहुँचते हैं।
▶ 6. Server response वापस packets के रूप में भेजता है।
▶ 7. Browser उन्हें जोड़कर web page दिखा देता है।
What is an IP Address?
हर इंटरनेट-connected device का एक Unique IP Address होता है।
इसी address की मदद से packets को पता चलता है कि उन्हें कहाँ जाना है।
Internet Request Processing
- User ने URL type किया
- Browser protocol पहचानता है (HTTP, HTTPS, FTP)
- Browser आपके ISP को request भेजता है
- ISP DNS से उस domain का IP address खोजता है
- Browser server को request भेजता है
- Server web page ISP को भेजता है
- ISP उसे आपके browser तक पहुँचाता है
- Web page आपकी screen पर खुल जाता है
What is a URL? (URL क्या है?)
किसी वेबसाइट का अद्वितीय नाम या पता, जिससे उसे इंटरनेट पर खोजा, पहचाना और उपयोग किया जाता है, उसे URL कहते हैं।
URL का पूरा नाम Uniform Resource Locator है। जब हम किसी वेबसाइट को खोलना चाहते हैं, तो उसका URL ब्राउज़र के Address Bar में टाइप किया जाता है।
उदाहरण: http://www.yahoo.com
यहाँ
- http → सर्वर का प्रकार (Protocol)
- www.yahoo.com → वेबसाइट का पता (Address)
यदि URL में कोई सर्वर टाइप नहीं दिया जाता, तो ब्राउज़र उसे HTTP मान लेता है।
Parts of URL
एक URL कई हिस्सों से मिलकर बना होता है:
1️⃣ HTTP (HyperText Transfer Protocol)
यह URL का पहला भाग है। HTTP की मदद से इंटरनेट पर data transfer होता है।
उदाहरण:
- http://
- https:// (secure version)
2️⃣ Domain Name
यह वेबसाइट का असली पता होता है, जिससे पता चलता है कि हम किस साइट को खोल रहे हैं।
उदाहरण:
- google.com
- yahoo.com
- zncomputer.in
3️⃣ WWW
यह World Wide Web का शॉर्ट फॉर्म है। यह इंटरनेट पर सर्विस का प्रकार बताता है।
4️⃣ Name (Institute / Company / Brand Name)
उदाहरण:
Yahoo या Google या zninstitute
यह वेबसाइट की संस्था या ब्रांड का नाम होता है।
5️⃣ Domain Extension
यह बताता है कि वेबसाइट किस प्रकार की है।
उदाहरण:
- .com – Commercial (व्यावसायिक संस्थान)
- .edu – Educational (शैक्षणिक संस्थान)
- .gov – Government
- .org – Organisation
- .mil – Military
How URL Works
हर वेबसाइट का एक IP Address होता है, जैसे: 64.233.167.99 → google.com लेकिन इतने बड़े नंबर याद रखना मुश्किल था, इसलिए DNS (Domain Name System) बनाया गया।
URL का काम करने का तरीका:
- User ब्राउज़र में URL टाइप करता है
- Browser DNS से उस domain का IP address ढूँढता है
- DNS domain name को IP में बदल देता है
- Browser उस IP वाले server को request भेजता है
- Server web page browser को भेज देता है
- Web page आपके स्क्रीन पर खुल जाता है
URL → DNS → IP Address → Server → Browser → Web Page